Category: आयुर्वेदिक चिकित्सा
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कब्ज का परमानेंट इलाज!
आयुर्वेदिक समाधान से स्वस्थ जीवन! कब्ज, जिसे कोष्टबद्धता भी कहते हैं, एक आम समस्या है जो अक्सर अनदेखी रह जाती है। यदि आप मलत्याग में कठिनाई, मल का कड़ा होना, या मल का रंग भूरा या काला होना जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो यह समय है आयुर्वेदिक उपायों की ओर रुख करने का,…
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मर्दाना कमजोरी का घोड़ा छाप आयुर्वेदिक नुस्खा जो सदियों से चर्चा में रहता है- वृहद्कामचूङामणि रस
मर्दाना कमजोरी का उपचार आयुर्वेद में बड़ी ही सफलता के साथ किया जाता रहा है। वृहद्कामचूङामणि रस (वटी) का नाम सर्वोपरि आता है जब बात आती है सदियों से चर्चा में रहने वाले सबसे प्रभावी घोङा छाप शास्त्रीय औषधि की। यह नुस्खा स्वर्ण भस्म युक्त होता है और सदियों से चर्चा में रहने वाला यह…
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साइटिका के दबी हुई नसों को खोलने का अचूक उपाय – आयुर्वेद से !
परिचय साइटिका एक दर्दनाक स्थिति है जो पीठ के निचले हिस्से से पैरों तक फैलती है। यह तब होता है जब साइटिका तंत्रिका, जो शरीर की सबसे बड़ी नस है, दब जाती है या क्षतिग्रस्त हो जाती है। साइटिका के लक्षणों में दर्द, सुन्नता, झुनझुनाहट और कमजोरी शामिल हैं। इसे आयुर्वेद में गिध्रसी कहा गया…
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आयुर्वेद ज्ञान – लिवर (Liver) को हमेशा जवान कैसे रखें?
लीवर फिट तो अधिकतर बीमारियां दूर। ### लीवर स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक सुझाव लिवर की बात चली तो एक वाकया याद आया। एक समय की बात है, एक साधू बाबा के पास लोग अपनी शारीरिक समस्याओं के समाधान के लिए जाया करते थे। वे सभी को अपने हवन कुंडों की भभूत देते थे और कहते…
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आयुर्वेद – ऐसी कौन सी सब्जी है जिसके खाने से स्तंभन बढ़ता है?
सब्जी से पहले एक फल की चर्चा करना चाहूंगा जो आसानी से उपलब्ध है तथा अच्छा परिणाम देता है। ### तरबूज: कामशक्ति (स्तम्भन, लिंगोत्थान) और स्वास्थ्य के लिए एक प्राकृतिक उपाय आयुर्वेद के अनुसार, तरबूज एक ऐसा फल है जो न केवल हमारे शरीर को ठंडक पहुंचाता है, बल्कि लिंगोत्थान और स्तंभन में भी लाभकारी…
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क्या मैं अश्वगंधा, शतावर, सफेद मूसली, कौंच के बीज का चूर्ण गर्मी के सीजन में उपयोग कर सकता हूँ?
आयुर्वेद में किसी जड़ी-बूटी का आंकलन रस, गुण, वीर्य, विपाक और कर्म के आधार पर होता है। इन जड़ी-बूटियों (अश्वगंधा, शतावर, सफेद मूसली तथा कौंच बीज) के इन गुणों को समझकर हम यह निर्णय ले सकते हैं कि गर्मियों में इनका उपयोग लाभकारी है या नहीं।तो चलें अश्वगंधा, शतावर, सफेद मूसली और कौंच बीज का…
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Are there natural remedies or Ayurveda therapies for managing diabetes?
Managing diabetes effectively with Ayurveda can offer a good approach without the side effects often associated with allopathic medications. Our group of experienced Vaidyas has put together a regimen that focuses on balancing your body’s natural processes and maintaining optimal health. Here’s a detailed look at how you can manage diabetes through Ayurveda: Ayurvedic Approach…
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10 कहावतें हिन्दी में : जनकवि घाघ की आयुर्वेद वाली
आयुर्वेद-की-कहावतें-जनकवि-घाघ-द्वारा-निर्मित-वर्णित-आम-बोलचाल-की-भाषा-में-बनी-आज-भी-सुनने-को-मिलती-हैं।ये-मार्गदर्शन-तथा-मनोरंजन-भी करती-हैं।
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हस्तमैथुन/Hand Practice
प्रस्तावना कामुकता को बढावा देने वाले आजकल के वातावरण में सभी प्रभावित होते हैं। परिणाम सेक्स-उत्येजना, हस्तमैथुन (hand practice), अप्राकृतिक वीर्यक्षय तथा उससे होने वाला कमजोर स्वास्थ्य। हस्तमैथुन की अधिकता और कमजोर स्वास्थ्य जैसी समस्याओं का सामना करना आम बात है, मगर आयुर्वेदिक द्वारा इनका समाधान संभव है। अगर आप भी इस तरह की समस्याओं…
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नसबन्दी के पश्चात क्या वीर्य स्खलन, कामेच्छा/Effects of vasectomy on sex drive
प्रस्तावना नसबन्दी (vasectomy) पुरुषों के लिये एक प्रमुख और स्थायी गर्भनिरोधक है। जब परिवार पूरा हो गया आगे सन्तान नहीं चाहिए तथा महिला की इच्छा नहीं या कोई शारीरिक परेशानी है तब के लिये पुरुष-नसबन्दी अच्छा समाधन है। नसबंदी के बाद, सीमेन (वीर्य) का स्खलन तो होता है, लेकिन उसमें शुक्राणु (स्पर्म) नहीं होते। इस…